सुरु अल्लाह के नाम से
जो बड़ा कृपाशील अत्यन्त दयावान है।
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(1) कहो, "मैं शरण लेता हूँ, प्रकट करनेवाले रब की, ☆
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(2) जो कुछ भी उसने पैदा किया
उसकी बुराई से, ☆
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(3) और अँधेरे की बुराई से जबकि वह घुस आए, ☆
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(4) और गाँठो में फूँक मारने-वालों (या फूँक मारने-वालियों) की बुराई से, ☆
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(5) और ईर्ष्यालु की बुराई से, जब वह ईर्ष्या करे।" ☆
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