सुरु अल्लाह के नाम से
जो बड़ा कृपाशील अत्यन्त दयावान है।
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☆ क्या ऐसा नहीं कि हमने तुम्हारा सीना तुम्हारे लिए खोल दिया? (1)
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☆ और तुमपर से तुम्हारा बोझ उतार दिया, (2)
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☆ जो तुम्हारी कमर तोड़े डालरहा था? (3) _______________________________
☆ और तुम्हारे लिए तुम्हारे ज़िक्र को ऊँचा कर दिया? (4)
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☆ अतः निश्चय ही कठिनाई के साथ आसानी भी है। (5)
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☆ निस्संदेह कठिनाई के साथ आसानी भी है। (6)
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☆ अतः जब निवृत्त हो तो परिश्रम में लग जाओ, (7)
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☆ और अपने रब से लौ लगाओ। (8)
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