सुरु अल्लाह के नाम से
जो बड़ा कृपाशील अत्यन्त दयावान है।
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(1)
कहो, "मैं शरण लेता हूँ
मनुष्यों के रब की, ☆
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(2) मनुष्यों के सम्राट की, ☆ _______________________________
(3) मनुष्यों के उपास्य की, ☆ _______________________________
(4) वसवसा डालनेवाले,
खिसक जानेवाले की बुराई से, ☆ _______________________________
(5) जो मनुष्यों के सीनों (दिलों) में
वसवसा डालता है, ☆
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(6) जो जिन्नों में से भी होता है
और मनुष्यों में से भी।" ☆
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